वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की खरी खरी ,,,,,,बाहर की चतुर कंपनियां छत्तीसगढ़ के भ्रष्ट अधिकारी
वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव
बाहर की चतुर कंपनियां
छत्तीसगढ़ के भ्रष्ट अधिकारी
रायपुर नगर निगम के महापौर ने मिनी यूनीपोल मामले में 27 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया है।
तय स्थान के अलावा मनमाने स्थान पर लगाना, कम दामों पर अनुमति देना जैसी कई अनियमितताओं से करोड़ों का चूना शासन का लगाया गया। इस पर निगम की एक कमेटी गठित कर जांच की गयी जिसमें कुछ अधिकारियों को प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया और फाॅर्मेलिटी के लिये उन्हे ंनिगम से हटा दिया गया है। न तो उन्हें सस्पेण्ड किया गया है न कोई और सजा दी गयी है।
यहां तक कि करोड़ों का घपला करने के बाद उनसे किसी तरह की रिकवरी की चर्चा भी नहीं हो रही है। होना तो ये चाहिये कि दोषी अधिकारियों को तत्काल एफआईआर दर्ज कर जेल भेज देना चाहिये आखिर ये एक आर्थिक अपराध ही तो है जो सजा का पात्र है।
लेकिन सरकारी लोगों को तो हमेशा सरकार गोद में बिठाकर रखती है। और क्यों न हो, गोद में बैठकर ये लोग अपने आकाओं को खिलाते-पिलाते हैं। ऐसे में भला सरकारी लोगों को सरकार तकलीफ कैसे पहुंचा सकती है। तकलीफ का लेखा-जोखा तो केवल आम आदमी के हिस्से आता है। आम आदमी हर तरह के कानून का पालन न करने पर सजा पाने के लिये उपलब्ध है।
कंपनी साफ निकल गयी
मामला जैसा कि समझ में आ रहा है कंपनी ने अधिकारियों के लालच का जबर्दस्त फायदा उठाया। कंपनी की भूमिका साफ तौर पर ये है कि कंपनी ने कोई भी काम करने से पहले एक प्रस्ताव बनाकर अधिकारियों के सामने प्रस्तुत कर दिया और लालच में अंधे अधिकारियों ने उदारहृदयता से पास भी कर दिया। यही खेल खेला गया।
कंपनी के पास अधिकारियों का अनुमति पत्र है। यही कारण है कि कंपनी से पूछताछ करने से बचा जा रहा है। हाल फिलहाल गाज अधिकारियों पर गिरी दिखाई जा रही है। अधिकारी भी खुश हैं कि काम नहीं तो आराम सही, सिर्फ स्थान ही बदला है तनख्वाह तो पूरी पक रही है। परिवार सहित हिल स्टेशन घूम आएंगे। थोड़े समय बाद मामला ठण्डा पड़ जाएगा तो आराम से मनचाही जगह पर नौकरी पर वापस आ जाएंगे। जहां अच्छा काम हो, अच्छा फण्ड हो और आराम से मलाई खाई जा सके।
आम आदमी पार्टी
खास रोल निभाएंगे
ईधर आम आदमी छत्तीसगढ़ में बेहद फुदक रही है। जो भूमिका रही है आज तक आम आदमी पार्टी की उसे देखकर शर्म ही आती है। झूठ बोलना और औरों पर आरोप लगाना। बच्चों तक की झूठी कसम खाना, चार-पांच कमरों के साधारण कमरे में रहने का दम भरने वाले केजरीवाल का 4 5 (पैंतालीस करोड़) का महल बनवाना जिसमें टाॅयलेट की सीट भी गरम पानी, ठण्डे पानी, तेज धार, मोटी धार जैसी सुविधाओं से युक्त हैं लगाई गयी है। तो जब टाॅयलेट की सीट को ऐसी गरिमा प्रदान की गयी है तो कमरों और किचन का कितना सम्मान होगा ये आसानी से कल्पना की जा सकती है।
छत्तीसगढ़ में भी फुदक रही है। स्वाभाविक है। इतिहास गवाह है सम्पूर्ण तरह के कपट करके भी मुकुट हासिल करने की परम्परा रही है हमारे यहां। वो तो मोदीजी के आने से शुचिता का दिखावा करना आवश्यक हो गया है। अन्यथा तो बेशर्मी की हदें पार करने में भी कोताही नहीं करते।
खुद को कभी भगतसिंग
ते कभी सुभाष चंद्र बोस जताने की कोशिश
शराब घोटाला करके खुद को भगतसिंह की राह पर बताया था मनीष सिसोदिया ने। याद कीजिये सुभाष चंद्र बोस ने क्या कहा था ‘तुम मुझे खुन दो मै तुम्हे आजादी दूंगा’। उसी तर्ज पर छत्तीसगढ़ के कार्यकर्ताओं से नेता संदीप पाठक कह रहे हैं कि:तुम मुझे 5 महीने दो मैं तुम्हें सरकार बनाकर दूंगा’।
जाहिर है दिल्ली की तर्ज पर सरकार बनते ही शराब की दुकाने और करोड़ों की कोठियां कितनी दूर हैं।
एक तरफ चिरौरी
एक तरफ कोसना
प्रादेशिक सम्मेलन मे संदीप पाठक ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस ने बारी-बारी से छत्तीसगढ़ को चूसा है यानि प्रदेश कांग्रेस सरकार को कोसने में कोई कोताही नहीं कर रहे। वहीं आम आदमी पार्टी के प्रमुख केजरीवाल कांग्रेस के दरवाजे पर खड़े होकर काॅल बेल बजाए जा रहे हैं। अर्दली राहुल गांधी से जाकर कहता है कि केजरीवाल आए हैं और राहुल कहलवाते हैं ‘आप कतार में हैं कृप्या प्रतीक्षा कीजिये’। बहरहाल ये कहना मुनासिब होगा कि आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़ में फुदक-फुदक कर ये कांग्रेस के कंधे तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
इसमें एक मजाक चल सकता है कि यहां की ‘आप’ को भाजपा के अमित शाह का सपोर्ट है ताकि वो कांग्रेस को कमजोर कर सके। कदाचित् इसी दम पर संदीप पाठक ताल ठोक रहे हैं। चर्चा है कि सम्मेलन के पांच हजार कार्यकर्ताओं में से एक हजार भाजपा के हैं जो आम आदमी पार्टी के लिये जोर लगाएंगे।