अतीक-अशरफ हत्याकांड : आरआई व कंट्रोल रूमकर्मियों से न्यायिक आयोग ने पूछा, कितने बजे मिली सूचना
पूर्व मुख्य न्यायाधीश डीबी भोसले की अध्यक्षता में गठित पांच सदस्यीय आयोग के सदस्य एक दिन पहले शहर पहुंचे थे। रविवार सुबह रिजर्व लाइन इंस्पेक्टर व जिला कंट्रोलरूम में तैनात कर्मचारियों को सर्किट हाउस में तलब किया गया।
अतीक-अशरफ हत्याकांड की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग ने रविवार को रिजर्व लाइन इंस्पेक्टर व जिला कंट्रोल रूमकर्मियों से पूछताछ की। पूछा कि घटना की सूचना कितने बजे मिली और इसके कितनी देर बाद यह सूचना प्रसारित की गई। यही नहीं सूचना मिलने के कितनी देर बाद रिजर्व लाइन से फोर्स रवाना की गई। बयान दर्ज करने के बाद शाम को आयोग की टीम वापस चली गई।
पूर्व मुख्य न्यायाधीश डीबी भोसले की अध्यक्षता में गठित पांच सदस्यीय आयोग के सदस्य एक दिन पहले शहर पहुंचे थे। रविवार सुबह रिजर्व लाइन इंस्पेक्टर व जिला कंट्रोलरूम में तैनात कर्मचारियों को सर्किट हाउस में तलब किया गया। इसके बाद सदस्यों ने उनसे एक-एक कर घटना के संंबंध में सवाल पूछने शुरू किए। डीसीआर कर्मियों से पूछा कि उन्हें घटना की सूचना कितने बजे मिली।
सूचनादाता कौन था और इसके बाद उन्होंने क्या किया। उधर आरआई से पूछा कि उन्हें कितने बजे सूचना मिली। इसके कितनी देर बाद फोर्स रवाना की गई। पूछताछ के साथ ही आयोग ने बयान भी दर्ज किए। इसके बाद शाम को सभी सदस्य रवाना हो गए। आयोग के रवाना होने से पहले पुलिस विभाग के आला अधिकारियों ने भी उनसे मुलाकात की।अंतिम दौर में जांच, जल्द सौंपी जा सकती है रिपोर्ट
न्यायिक आयोग अभी तक 60 लोगाें से पूछताछ कर चुका है। इनमें कॉल्विन अस्पताल के डॉक्टर व अन्य मेडिकल स्टाफ के साथ ही मीडियाकर्मियों व पुलिसकर्मियों से पूछताछ हुई है। इनके शपथपत्र भी लिए गए हैं। बयानों का घटना के वीडियो फुटेज से मिलान भी किया जा चुका है। यह भी कहा जा रहा है कि आयोग की जांच अब अंतिम दौर में है। 15 अप्रैल को अतीक-अशरफ की पुलिस कस्टडी में हत्या के बाद 16 अप्रैल को तीन सदस्यीय आयोग का गठन किया गया था। आयोग को दो महीने में रिपोर्ट देनी थी, लेकिन यह समय सीमा बीत गई। फिर, आयोग में दो सदस्य और बढ़ाए गए।