भूमाफिया बन्धुओ , पटवारी और उप पंजीयक के गठजोड़ की कहानी भाग-5 चंद्र शेखर शर्मा
IMNB ब्रेकिंग कवर्धा- सूदखोर भूमाफिया सराफा कारोबारी भाइयों से पटवारी और उप पंजीयक की मिलीभगत से अधूरे दस्तावेजो व गलत जानकारी के बावजूद हो रही बेधड़क रजिस्ट्री का खेल बदस्तूर जारी है। इन 15 से 20 सालों में पंजीयक और पटवारी भले ही बदलते चले गए किन्तु नहीं बदला तो सिर्फ सराफा कारोबारी भूमाफिया बन्धुओ , पटवारी और उप पंजीयक के गठजोड़ से बगैर हस्ताक्षर के चेक और बगैर नाम के चेक , चौहद्दी से सरकारी जमीनों के नाम हटाने का खेल ।
भूमाफिया बन्धुओ व इनके परिजनों द्वारा 15 से 20 सालों में कई गई जमीनों की खरीदी , सरकारी जमीनों की चौहद्दी में हेरफेर , दान के नाम पर ली गई जमीनों , तबादला नाम , व आदिवासी जमीनों की खरीदी की उच्चस्तरीय जांच स्वतंत्र एजेंसियों और ईडी से होने पर दूध का दूध और पानी का पानी कर सकता है ।
गरीब किसानों का एक एक कागज चेक करने वाले अफसर भूमाफिया और उनके परिजनों के आगे नतमस्तक हो गुलाम की भूमिका निभा रहे दस्तवेजो की गड़बड़ी से आशंका जताई जा रही है कि अफसर जानबूझ कर दस्तावेज की जांच में लापरवाही बरत रहे है । शपथ पत्र , चेक , आधार , पेनकार्ड , चौहद्दी सब मे है गड़बड़ झाला । सूदखोर भूमाफिया सराफा कारोबारी पंकज जैन और महावीर जैन द्वारा संयुक्त रूप से खरीदी गई जमीन की रजिस्ट्री में दोनो भाईयो द्वारा लगाए गए अपने अपने चेक में दोनों भाईयों के हस्ताक्षर नही है । बिना हस्ताक्षर के रजिस्ट्री के दस्तावेज में लग गया चेक और हो गई रजिस्ट्री । एकाध रजिस्ट्री में हस्ताक्षर छूटना भूल हो सकती है किंतु लगभग रजिस्ट्रियों में लगे चेक से हस्ताक्षर छूटना सुनियोजित षड्यंत्र हो सकता है ।
बहरहाल पंजीयक कार्यालय के ईमानदार अफसरो और भूमाफिया बन्धुओ के कारनामें शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है । आधार और पेन कार्ड में अलग अलग पिता के नाम बावजूद रजिस्ट्री का खेल उजागर किया था आज देखें माफिया बन्धुओ का बगैर हस्ताक्षर वाला जो हमे और पाठकों को तो दिख गया बस नही दिखा तो उप पंजीयक साहब को ।
इस सम्बंध में उप पंजीयक सहदेव ध्रुव पुराना मामला कह कर कुछ भी कहने से इंकार करते है ।