शबरी कन्या आश्रम की छात्राओं ने राजभवन में मनाया असम-नागालैंड स्थापना दिवस, सांस्कृतिक कार्यक्रम से मोहा मन
ज़ोहेब खान……….रायपुर। छत्तीसगढ़ के राजभवन में असम और नागालैंड राज्यों का स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर शबरी कन्या आश्रम की छात्राओं ने राज्यपाल श्री रमेन डेका से मुलाकात कर उन्हें शुभकामनाएँ दीं और रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया।
कार्यक्रम के तहत छात्राओं ने पूर्वोत्तर राज्यों की लोककला और लोकनृत्य प्रस्तुत किए। राज्यपाल ने छात्राओं का पारंपरिक गमछा पहनाकर स्वागत किया और शबरी कल्याण आश्रम की ओर से स्मृति चिह्न भी भेंट किया गया। राज्यपाल ने अपने उद्बोधन में असम और नागालैंड की सांस्कृतिक विविधता, आर्थिक समृद्धि और स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को रेखांकित किया।
राज्यपाल ने कहा कि असम और छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्थाएं और प्राकृतिक वातावरण मिलते-जुलते हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ में चाय उत्पादन को बढ़ावा देने की संभावनाओं पर जोर दिया। नागालैंड को उन्होंने रंगों और बहादुरी की धरती बताते हुए स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रानी गैडिनल्यू और आजाद हिंद फौज के योगदान का स्मरण किया।
कार्यक्रम में अनुसूचित जाति, जनजाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग विभाग के प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा और नागालैंड की प्रतिनिधि सुश्री संगमाई ने भी संबोधन दिया। इसमें पूर्व सांसद श्री नत्थूभाई पटेल, राजभवन के सचिव श्री यशवंत कुमार और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
छत्तीसगढ़ में संचालित वनवासी कल्याण आश्रम के प्रयासों से पूर्वोत्तर राज्यों की छात्राओं को शिक्षा के साथ अपनी सांस्कृतिक विरासत सहेजने का अनूठा मंच मिला है। इस अवसर ने “एक भारत-श्रेष्ठ भारत” की भावना को सशक्त किया।