काशी, अयोध्या के बाद अब शिवमय होगा बरेली, मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर बदले जाएंगे कई वार्ड के नाम
बरेली काशी अयोध्या मथुरा के बाद अब प्रदेश सरकार नाथनगरी बरेली को शिवमय बनाने जा रही है।इसकी शुरुआत सातों शिवमंदिर काे जोड़ने कायाकल्प करने की डीपीआर तैयार करने के साथ अब शहर में प्रवेश करने वाले द्वारों प्रमुख मार्गों के नाम भगवान शिव के नाम पर रखने की तैयारी है।
बरेली(IMNB) काशी, अयोध्या, मथुरा के बाद अब प्रदेश सरकार नाथनगरी बरेली को शिवमय बनाने जा रही है। इसकी शुरुआत सातों शिवमंदिर काे जोड़ने, कायाकल्प करने की डीपीआर तैयार करने के साथ अब शहर में प्रवेश करने वाले द्वारों, प्रमुख मार्गों के नाम भगवान शिव के नाम पर रखने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए नगर निगम बोर्ड गठन का इंतजार किया जा रहा है।
बीते दिनाें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीडीए के अधिकारियों व महापौर से मुलाकात के बाद इस पर काम करने को कहा था। मुख्यमंत्री की सहमति मिलने के बाद अब अधिकारी नाम परिवर्तन को लेकर कार्य योजना तैयार करने में जुटे हैं। इसमें प्रमुख द्वार के साथ कई मुहल्ला, वार्ड, सड़क व चौराहा भी शामिल है।
नाथ नगरी बरेली की पहचान को फिर से वापस कराने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अधिकारियों ने कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए शहर में प्रवेश करने वाले सभी चारों द्वार में एक द्वार को भगवान श्रीराम व अन्य तीन द्वार को भगवान शिव के अलग-अलग नाम से रखने की तैयारी है। इससे पहले बीडीए के अधिकारियों ने शहर के प्रमुख चारों द्वार को भगवान राम, लक्ष्मण, हनुमान व भरत द्वार रखने की योजना बनाई थी। मगर अब मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद भगवान राम व शिव के नाम से ही प्रमुख द्वार जाने जाएंगे। इसके लिए नगर निगम बोर्ड में प्रस्ताव स्वीकृत कराया जाएगा।
महापौर डा. उमेश गौतम ने बताया कि मुख्यमंत्री के मंशानुसार जिले की पहचान नाथ नगरी से होगी। इसके लिए नगर निगम की पहली बैठक में कई ऐसे कदम उठाए जाएंगे जिससे बरेली शहर को अपनी पुरानी पहचान कुछ हद तक वापस मिल सके। इसके लिए कई वार्ड, प्रमुख चौराहे व सड़कों के नाम बदले जाएंगे।
बताया कि डेलापीर, सूफीटोला, इंग्लिशगंज, सीबीगंज, भूड़ समेत कई अन्य वार्डों के नाम किस रूप में हुआ, नामकरण का आधार क्या था, जब परसीमन किया गया तो उस दौरान तत्कालीन शासन-प्रशासन द्वारा किसी समूह विशेष को संकेत तो नहीं दिया जा रहा था, जैसे तमाम पहलुओं की पड़ताल की जा रही है। मेयर ने बताया कि प्रयास यह है कि पहली बैठक में ऐसे कई वार्डों के नाम पर बदल दिए जाएं।
हमने पहले कार्यकाल में सभी द्वार पर लिखा नाथनगरी
महापौर ने बताया कि बरेली नाथनगरी से जानी जाए इसके लिए उन्होंने अपने पहले कार्यकाल में सभी प्रमुख प्रवेश द्वार पर लगाए गए होर्डिंग में बरेली की जगह नाथनगरी में स्वागत का स्लोगन लिखा। अब जनता ने प्रचंड बहुमत से दोबारा मौका दिया है तो जनभावनाओं को समझते हुए आगे भी शहर की पहचान को आध्यात्मिक व धार्मिक स्वरूप में ले जााएंगे।
नवनिर्वाचित महापौर डॉ. उमेश गौतम ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर बरेली को नाथ नगरी के रूप में विश्व पटल पर पहचान दिलाई जाएगी। इसके लिए प्रमुख प्रवेश द्वार, चौराहे, वार्ड को भगवान शिव के अनेकों नाम से रखा जाएगा।