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केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली में केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPFs) और राष्ट्रीय सुरक्षा गारद (NSG) में तैनात आईपीएस अधिकारियों के चिंतन शिविर की अध्यक्षता की

New Delhi (IMNB). सीएपीएफ-कर्मियों का कल्याण मोदी सरकार की हमेशा से प्राथमिकता रही है और जवानों के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार ने अनेक कदम उठाये हैं

गृह मंत्री ने आंतरिक सुरक्षा सुदृढ़ करने में केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की भूमिका की सराहना की

सीमापार से घुसपैठ और मादक पदार्थों व हथियारों की तस्करी को रोकने के लिए सीमा पर अत्यधिक चौकसी बरतने की ज़रूरत पर बल दिया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में सीमावर्ती इलाकों को विकसित करने और वहां रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम शुरू किया गया है

सीमाओं की सुरक्षा के लिए हर सीमावर्ती गांव और वहां के निवासियों के साथ संपर्क और संवाद बहुत ज़रूरी है, सभी सीएपीएफ को स्थानीय उत्पादों की खरीद को बढ़ावा देना चाहिए, जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों में रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे और पलायन रुकेगा

हर सीएपीएफ को ड्रोन तकनीक और ड्रोन-रोधी उपायों पर काम करने के लिए एक समर्पित टीम का गठन करना चाहिए

सीमाओं की सुरक्षा को ज़िले की कानून-व्यवस्था और स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय से ही सुनिश्चित किया जा सकता है

श्री अमित शाह ने जवानों के कल्याण, खेलकूद को बढ़ावा देने और जवानों के परिजनों के बारे में संवेदनशीलता के साथ सोचने की ज़रूरत पर बल दिया, सभी सीएपीएफ को राष्ट्रीय स्तर की खेल टीमें तैयार करने को कहा

सीएपीएफ के सभी अस्पतालों में आम जनता के निशुल्क इलाज की व्यवस्था करने को कहा 

हर जवान को कम से कम 5 वृक्षों को अपना परिवार बनाना चाहिए, इससे पर्यावरण स्वच्छ होने के साथ-साथ जवानों के मन में प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता भी बढ़ेगी

गृह मंत्री ने कहा कि इस वर्ष नवंबर तक सीएपीएफ के सभी निर्मित आवास आवंटित हो जाने चाहिए, भविष्य में बनने वाले सभी आवासों का ई-आवास पोर्टल के ज़रिए दो महीने में आवंटन सुनिश्चित हो

श्री अमित शाह ने सीएपीएफ में गैर-जनरल ड्यूटी के सभी पद भरने को कहा, भर्ती प्रक्रिया में आ रही किसी भी अड़चन को एक महीने में दूर करने के निर्देश दिए

गृह मंत्री ने जवानों में मिलेट्स के प्रति अभिरुचि पैदा करने के साथ-साथ खाने में कम से कम 30 प्रतिशत श्री अन्न को शामिल किए जाने पर बल दिया

ये चिंतन शिविर सभी बलों में कार्यरत भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों के लिए अपने अनुभव साझा करने और चुनौतियों के समाधान पर विचार कर आगे की रणनीति तैयार करने का एक महत्वपूर्ण मंच है

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली में केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPFs) और राष्ट्रीय सुरक्षा गारद (NSG) में तैनात भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारियों के चिंतन शिविर की अध्यक्षता की। चिंतन शिविर में केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री श्री अजय कुमार मिश्रा, श्री निशिथ प्रमाणिक, केन्द्रीय गृह सचिव, निदेशक, आसूचना ब्यूरो और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।

 

चिंतन शिविर में बलों से संबंधित विभिन्‍न विषयों, जैसे, सीमा सुरक्षा, क्षमता निर्माण, कनिष्‍ठ अधिकारियों का मार्गदर्शन, पुलिस और जनता के बीच संबंध, सोशल मीडिया और विधि प्रवर्तन, केन्‍द्र और राज्‍यों के विषय, मिशन भर्ती, आयुष्‍मान सीएपीएफ की निगरानी, प्रशिक्षण, सीएपीएफ ई-आवास पोर्टल, अवसंरचना परियोजनाओं की निगरानी, कल्‍याण, अनुभव साझा करना और श्रेष्‍ठ परिपाटियों आदि पर चर्चा हुई। साथ ही खुले सत्र में अधिकारियों ने केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर गृह मंत्री को सुझाव दिए।

अपने संबोधन में गृह मंत्री ने कहा कि किसी भी राष्ट्र की प्रगति के लिए अच्छी कानून और व्यवस्था बहुत आवश्यक है, जो एक सुदृढ़ पुलिस प्रशासन के माध्यम से ही सुनिश्चित की जाती है, इसीलिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार का यह प्रयास रहा है कि पुलिस प्रशासन व्यवस्था को सुदृढ़ बनाते हुए उसे लोकोन्मुखी बनाया जाये ताकि वह आम जनता की सुरक्षा के साथ-साथ उनकी अपेक्षाओं पर खरी उतरे।

श्री अमित शाह ने कहा कि हमारे केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल पूरे देश में आंतरिक कानून-व्यवस्था, सीमाओं की रक्षा, निष्पक्ष आम चुनाव करवाने,आपदा के समय राहत व बचाव अभियान और देश के सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण संस्थानों, स्मारकों आदि की सुरक्षा करने में बहुमूल्य योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश का आम नागरिक इन बलों की कर्तव्यनिष्ठा और सजगता के कारण सुरक्षित महसूस करता है और चैन की नींद सोता है। श्री शाह ने कहा कि जहाँ पुलिस प्रशासन एवं सशस्त्र पुलिस बलों से यह अपेक्षा की जाती है कि वे आम जन की अपेक्षाओं पर खरे उतरें, वहीं सरकार भी यह सुनिश्चित करती है कि पुलिस और सीएपीएफकर्मियों को अपना कार्य सुचारू रूप से करने के लिए पर्याप्त सुविधायें प्रदान करने के साथ ही उनके और उनके परिवार के कल्याण का भी पूरा ध्यान रखा जाए।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सीएपीएफ-कर्मियों का कल्याण मोदी सरकार की हमेशा से प्राथमिकता रही है और जवानों के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार ने अनेक कदम उठाये हैं। गृह मंत्री ने देश की आंतरिक सुरक्षा सुदृढ़ करने में केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की भूमिका की सराहना की। उन्होंने सीमापार से घुसपैठ और मादक पदार्थों और हथियारों की तस्करी को रोकने के लिए सीमा पर अत्यधिक चौकसी बरतने की ज़रूरत पर बल दिया। श्री शाह  ने कहा कि सभी सीएपीएफ का भौगोलिक क्षेत्र और भूमिका अलग-अलग हो सकती है, लेकिन उनकी समस्याएं और समाधान  एक ही हैं जिनके लिए सकारात्मक अप्रोच के साथ काम करने की ज़रूरत है।

श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में सीमावर्ती इलाकों को विकसित करने और वहां रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि सीमाओं की सुरक्षा के लिए हर सीमावर्ती गांव और वहां के निवासियों के साथ संपर्क और संवाद बहुत ज़रूरी है। श्री शाह ने कहा कि सभी सीएपीएफ को स्थानीय उत्पादों की खरीद को बढ़ावा देना चाहिए, जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों में रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे और पलायन रुकेगा। उन्होंने कहा कि IPS अधिकारियों की शपथ में ही देश की एकता, अखंडता और आंतरिक सुरक्षा की ज़िम्मेदारी निहित होती है और सीमाओं की सुरक्षा को ज़िले की कानून-व्यवस्था और स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय से ही सुनिश्चित किया जा सकता है।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने जवानों के कल्याण, खेलकूद को बढ़ावा देने और जवानों के परिजनों के बारे में संवेदनशीलता के साथ सोचने की ज़रूरत पर बल दिया। उन्होंने सभी सीएपीएफ को राष्ट्रीय स्तर की खेल टीम तैयार करने को कहा। उन्होंने कहा कि जवानों को हर रोज़ कम से कम 1 घंटा खेलकूद के लिए मिलना चाहिए, इससे ना सिर्फ उनका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य सुधरेगा बल्कि देश की मिट्टी से उनका जुड़ाव भी बढ़ेगा। श्री शाह ने कहा कि आईपीएस अधिकारियों का जवानों के साथ आत्मीय रिश्ता होना चाहिए और वे जवानों के साथ-साथ उनके परिवार की भी चिंता करें।

श्री अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार की आयुष्मान सीएपीएफ योजना हर जवान को आयुष्मान करने की योजना है और सभी सीएपीएफ को इस योजना को त्रुटिरहित बनाने के लिए जवानों से सुझाव लेने चाहिए। श्री शाह ने सीएपीएफ के सभी अस्पतालों में आम जनता के निशुल्क इलाज की व्यवस्था करने को कहा । उन्होंने कहा कि हर जवान को कम से कम 5 वृक्षों को अपना परिवार बनाना चाहिए, इससे पर्यावरण स्वच्छ होने के साथ-साथ जवानों के मन में प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता भी बढ़ेगी।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि इस वर्ष नवंबर तक सीएपीएफ के सभी निर्मित आवास आवंटित हो जाने चाहिए और उन्होंने भविष्य में बनने वाले सभी आवासों का ई-आवास पोर्टल के ज़रिए दो महीने में आवंटन सुनिश्चित करने को कहा। श्री शाह ने सीएपीएफ में गैर-जनरल ड्यूटी के सभी पद भरने को कहा और भर्ती प्रक्रिया में आ रही किसी भी अड़चन को एक महीने में दूर करने के निर्देश दिए। श्री शाह ने जवानों में मिलेट्स के प्रति अभिरुचि पैदा करने के साथ-साथ खाने में कम से कम 30 प्रतिशत श्री अन्न को शामिल किए जाने पर बल दिया।

श्री अमित शाह ने कहा कि ये चिंतन शिविर सभी बलों में कार्यरत भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों के लिए अपना अनुभव साझा करने और चुनौतियों के समाधान पर विचार करके आगे की रणनीति तैयार करने का एक महत्वपूर्ण मंच है।

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