हैन्डपंपों के संधारण और जल स्त्रोतों के शुद्धिकरण कार्य प्राथमिकता से किए जाए : मुख्य सचिव
*गर्मी के दिनों में पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक तैयारी करने के निर्देश*
रायपुर, 24 अप्रैल 2023/ मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने कहा है कि गर्मी के मौसम को देखते हुए हेंड पंप संधारण और पेयजल स्त्रोतों के शुद्धिकरण के लिए अभियान चलाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। उन्होेंने कहा है कि पेजजल की दृष्टि से समस्या मूलक गांवों में नलकूप खनन, राईजर पाईप बढ़ाने, नलकूपों की मरम्मत प्राथमिकता से किए जाए। मुख्य सचिव श्री जैन आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में गर्मी के मौसम पेयजल आपूर्ति के संबंध में अधिकारियों की बैठक में को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्य सचिव ने कहा कि पेयजल आपूर्ति के संबंध में शीघ्र ही कार्ययोजना तैयार करें और आपसी समन्वय से कार्य करते हुए हैण्डपंप संधारण के लिए राईजर पाईप, हैन्डपंप के स्पेयर पार्ट के भण्डारण और मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए पेयजल स्त्रोतों के शुद्धिकरण आदि की व्यवस्था कर ली जाए। उन्होंने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से कहा कि पेयजल की दृष्टि से समस्या मूलक गांवों की पहचान कर वहां हैन्डपंपों की मरम्मत के कार्य प्राथमिकता से किए जाए। इस कार्य पंचायत एंव ग्रामीण विकास कार्य का सहयोग लिया जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि पेयजल स्त्रोतों के क्लोराईजेशन करने और आस-पास साफ-सफाई करने विशेष अभियान चलाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पर्याप्त मात्रा में जल जनित बीमारियों से बचाव हेतु दवाओं का भण्डारण सहित स्वास्थ्य जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को जलाशयों की मॉनिटरिंग करने और आवश्यकता पड़ने पर क्षेत्र के तालाबों में पानी छोड़ने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, नगरीय प्रशासन विभाग को पेयजल समस्या मूलक गांवों और शहरों के वार्डों की पहचान कर आवश्यकतानुसार पेयजल परिवहन के लिए आवश्यक तैयारी करने कहा।
बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सचिव डॉ. एस.भारतीदासन, राजस्व विभाग के सचिव श्री एन.एन.एक्का, नगरीय प्रशासन विभाग के विशेष सचिव डॉ. अय्याज तम्बोली, पंचायत विभाग के संचालक श्री कार्तिकेय गोयल, जल-जीवन मिशन के मिशन संचालक श्री आलोक कटियार, संचालक जनसम्पर्क श्री सौमिल रंजन चौबे सहित पंचायत एवं ग्रामीण विकास, जल संसाधन, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।